The Final Decision of Ayodhya Ram Temple has come

अयोध्या में राम मंदिर का रास्ता साफ  विवादित जमीन पर अब मंदिर निर्माण की रूपरेखा तैयार 3 महीने में केंद्र सरकार करेगी ट्रस्ट का गठन सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन दूसरी जगह मिलेगी अयोध्या में राम मंदिर




मंदिर निर्माण के लिए 3 महीने में बनाएगा सरकार जमीन दी जाएगी मस्जिद के लिए 5 एकड़ जमीन मिलेगी अयोध्या में किसी और जगह मस्जिद बनेगीसुप्रीम कोर्ट विवादित  जमीन का बंटवारा नहीं होगा

सुप्रीम कोर्ट ने माना विवादित जमीन ही जन्मभूमि है




खुदाई में इस्लामिक ढांचे के सबूत नहीं मिले 18 वीं सदी तक नमाज पढ़े जाने के सबूत नहीं मिले मुस्लिम पक्ष की नमाज की सबूत नहीं मिले सुप्रीम कोर्ट ने माना विवादित जमीन ही है

जन्मभूमि सभी जजों ने एकमत से फैसला दिया फैसले को लेकर जजों के बीच विरोध नहीं अयोध्या में श्री राम के जन्म का विरोध नहीं हुआ

अयोध्या में श्री राम के जन्म पर विवाद नहीं

हिंदू आस्था के गलत होने के सबूत नहीं आस्था और विश्वास पर विवाद का सवाल नहीं

Superim Court Final Desigion Decleared, Suprime Court Ayodhya Temple




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Gopal Singh Virasat had sought permission for worship after it was made an issue by the Vishwa Hindu Parishad in 1984. The Babri Action Committee was constituted in 1986, the hearing started in the High Court after hearing in the lower courts in 2002. The High Court began in 2010, the High Court ruled
This is the second biggest pilgrimage in the number of cases that have been heard, the case of Kesavanand Bharti, which runs for 68 days, after which it is the largest hearing that lasts for 40 days. Appeared in a while, August 6 hearing was held in the Supreme Court





Where did you send the stories that Mir Baqi and he had built the mosque, then the mosque built by Sia cannot be given to Sunni. The petition has been rejected by the Supreme Court. The petition of the board has been rejected and unanimously the Supreme Court verdict
Sia cannot be given to the mosque built by Siya, has rejected this petition.
Does he say that one by one, though he has made it clear that it will take 30 minutes to narrate the money, you can guess that he has two statues placed in 1949, Chief Justice Ranjan Gogoi has said that the mosque built during Babur’s era was like a Plea to dismiss





It is the matter which is most important and who is given the ownership of the land from both of them, it will be seen that the claim of the Nirmohi Arena has also been rejected and the other side is the car on one side.




गोपाल सिंह विरासत ने पूजा की अनुमति मांगी थी इसके बाद 1984 में विश्व हिंदू परिषद ने इसे मुद्दा बनाया था धीरे-धीरे आगे बढ़ा है 1986 में बाबरी एक्शन कमेटी गठित हुई थी इस पर हाईकोर्ट में सुनवाई शुरू हुई निचली अदालतों में सुनवाई के बाद 2002 में हाईकोर्ट में शुरुआत हुई 2010 में हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया

जितनी जितनी मामलों की सुनवाई हुई है जितनी सुनवाई हुई है उसमें यह दूसरा सबसे बड़ा तीर्थ है केशवानंद भारती का केस जो 68 दिनों तक चलाता है उसके बाद यह 40 दिनों तक चलने वाली सुनवाई सबसे बड़ी सरवा इस मामले में चीफ जस्टिस ऑफ सुप्रीम कोर्ट को तस्वीरें दिखाई थोड़ी देर में आएगा 6 अगस्त सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी

कहां गया था किस्सियां भेजो कि मीर बाकी और उन्होंने की मस्जिद बनाई थी तो सिया की बनाई हुई मस्जिद सुन्नी को नहीं दी जा सकती है उस याचिका को खारिज कर दिया है सुप्रीम कोर्ट ने किया बोर्ड की याचिका खारिज कर दी गई है और सर्वसम्मति से सुप्रीम कोर्ट का फैसला

सिया को सिया की बनाई हुई मस्जिद को नहीं दी जा सकती है इस याचिका को खारिज कर दिया है

 




क्या उनका कहना है एक-एक करके हालांकि उन्होंने साफ किया है कि पैसा सुनाने में 30 मिनट लगेंगे इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं उन्हें 1949 में दो मूर्तियां रखी गई है चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा है बाबर के दौर में बनाई गई मस्जिद एक तरह से दलील को खारिज करने का

मामला है जो सबसे महत्वपूर्ण है और मालिकाना हक उस जमीन का दोनों में से किसे दिया जाता है इस पर नजर रहेगी निर्मोही अखाड़े का दावा भी खारिज किया गया है और अन्य पक्ष कार है एक तरफ एक तरफ

नहीं बनी थी आज के अर्की  लॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट पर मंदिर की बात कही है और आपकी लॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के पुरातात्विक सबूतों को हम स्वीकार रहे हैं खाली जमीन पर बाबरी मस्जिद नहीं बनी थी एएसआई ने अपनी जो जानकारियां दी है उनको परिचय देते हुए उनको पूरी करते हुए एक बड़ी खबर इस्लामिक ढांचा  नहीं था जो मिला नहीं था

खाली जमीन पर नहीं बनी थी यह कहा मुख्य न्यायाधीश ने राज्य के नीचे मंदिर के सबूत मिले हैं सीबीआई ने यह कहा बाबरी मस्जिद खाली जमीन पर नहीं बनी थी रंजन गोगोई











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